Madhya Pradesh Current Affairs March 2015

Madhya Pradesh (MP) Current Affairs for March 2015: Madhya Pradesh Current Affairs General Knowledge(GK) Multiple Choice Questions (MCQ) for MPPSC, IAS/ Bank, MP Police, MP Patwari Exam and other competitive examinations across Madhya Pradesh.  As part of Current Affairs , We will daily provides you Question of Madhya Pradesh Current Affairs, India GK and World GK during whole month of March 2015. For Current Affairs Live Updates Follow us:
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Madhya Pradesh Current Affairs for March 2015 - Daily Updates:

"आर्किटेक्ट ऑफ मॉडर्न भोपाल" के नाम से विख्यात डॉ. महेश एन. बुच को पद्म भूषण कब दिया गया था ?
A. 2011
B. 2012
C. 2013
D. 2014
Answer : A. 2011

श्री सिंगाजी थर्मल पॉवर प्लांट किस जिले में है ?
A. झाबुआ
B. खंडवा
C. रायसेन
D. टीकमगढ़
Answer : B. खंडवा

श्री सिंगाजी थर्मल पॉवर प्लांट की क्षमता है 
A.  600 MW
B.  800 MW
C.  1200 MW
D.  1500 MW
Answer : C.  1200 MW

श्री सिंगाजी थर्मल पॉवर प्लांट किस कंपनी का है ?
A. रिलायंस पॉवर लिमिटिड 
B. नेशनल थेर्मल पॉवर कॉरपोरेशन लिमिटिड
C. मध्यप्रदेश पॉवर जनरेशन कंपनी लिमिटिड
D. इनमें से कोई नहीं
Answer :  C. मध्यप्रदेश पॉवर जनरेशन कंपनी लिमिटिड



मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी No. 6

मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी No. 6 हिंदी में: Madhya Pradesh (MP) Samanya Gyan Quiz, Hindi GK Quiz Objective Questions with Answer for all competitive examination of MP State Government, MPPSC, MP Policem IBPS, SSC, BSF, Police Bharti, Teachers Exam, Admin services, State PSC, Bank, IBPS, CTET, MPTET and other examinations.
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मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी No. 6 हिंदी में:  

सोनागिरि किस धर्म से सम्बंधित है ?
A. हिन्दू धर्म
B.  बौद्ध धर्म
C.  सिख धर्म
D.  जैन धर्म
Answer : D.  जैन धर्म

 मध्यप्रदेश के उच्च न्यायालय का मुख्यालय कहाँ है?
A. भोपाल
B.  इन्दौर
C.  जबलपुर
D.  ग्वालियर
Answer : C.  जबलपुर

ओरछा किस नदी के किनारे पर स्थित है ?
A. चम्बल
B. बेतवा
C. ताप्ती
D. क्षिप्रा
Answer : B. बेतवा

ओरछा मध्यप्रदेश के किस जिले में  स्थित है ?
A. ग्वालियर
B.  भिण्ड
C. टीकमगढ़
D. शिवपुरी
Answer : C. टीकमगढ़

झीलों की नगरी किसे कहा जाता है ?
A. पंचमढ़ी
B.  सागर
C.  भोपाल
D. ग्वालियर
Answer : C.  भोपाल

साँची किस जिले में है ?
A. भोपाल
B. रायसेन
C. राजगढ़
D. सीहोर
Answer : B. रायसेन

मध्यप्रदेश का प्रथम हिंदी अखबार कौन सा है ?
A. मालवा अखबार
B. नई दुनिया
C. दैनिक भास्कर
D. जागरण
Answer : A. मालवा अखबार

नर्मदा नदी का उदगम स्थल है ?
A. पचमढ़ी
B. अमरकंटक
C. विंद्याचल
D. भोपाल
Answer :  B. अमरकंटक

12 प्रमुख ज्योतिर्लिंगों में से मध्यप्रदेश में कितने हैं ?
A. 1
B. 2
C. 3
D. 4
Answer : B. 2

मध्यप्रदेश में कुल कितने संभाग हैं ?
A.  8
B.  9 
C. 10
D. 11
Answer : C. 10

मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी No. 5

मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी No. 5 हिंदी में: Madhya Pradesh (MP) Samanya Gyan Quiz, Hindi GK Quiz Objective Questions with Answer for all competitive examination of MP State Government, MPPSC, MP Policem IBPS, SSC, BSF, Police Bharti, Teachers Exam, Admin services, State PSC, Bank, IBPS, CTET, MPTET and other examinations.
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मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी No. 5 हिंदी में:  

मध्यप्रदेश में महिला आयोग का गठन किस वर्ष हुआ ?
A. 1996
B. 1998
C. 2000
D. 2002
Answer : B. 1998

गांधी सागर बांध किस नदी पर बना हुआ है ?
A. चम्बल
B. ताप्ती
C. नर्मदा
D. क्षिप्रा
Answer : A. चम्बल

महाकालेश्वर मंदिर किस नदी के किनारे पर स्थित है ?
 A. चम्बल
B. ताप्ती
C. नर्मदा
D. क्षिप्रा
Answer : D. क्षिप्रा

लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फिज़िकल एजुकेशन कहाँ स्थित है ?
A.  ग्वालियर
B.  बीना
C.  इंदौर
D.  उज्जैन
Answer :  A.  ग्वालियर

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान किस जिले में है ?
A. रीवा
B.  भोपाल
C.  मण्डला
D. झाबुआ
Answer :  C.  मण्डला

ताप्ती नदी किस ओर बहती है ?
A. पूर्व की ओर
B. पश्चिम  की ओर
C. उत्तर  की ओर
D. दक्षिण  की ओर
Answer : B. पश्चिम  की ओर

मध्यप्रदेश की सबसे लंबी नदी है ?
A. चम्बल
B. ताप्ती
C. नर्मदा
D. क्षिप्रा
Answer : C. नर्मदा

मध्यप्रदेश की सबसे ऊंची चोटी धूपगढ़ किस जिले में है ?
A. रीवा
B. उज्जैन
C. होशंगाबाद
D. हरदा
Answer : C. होशंगाबाद

भोपाल गैस त्रासदी में किस गैस का रिसाव हुआ था ?
A. मिथेन
B. मिथाइल इसोसाइनेट
C. इथाइल इसोसाइनेट
D. कार्बन मोनोऑक्साइड
Answer : B. मिथाइल इसोसाइनेट

चित्रकूट किस जिले में है ?
A. रीवा
B. सीधी
C. सतना
D. सिंगरौली
Answer : C. सतना 

Madhya Pradesh GK in Hindi

Madhya Pradesh GK in Hindi (मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान) Quiz No. 4: Madhya Pradesh (MP) Samanya Gyan Quiz, Hindi GK Quiz Objective Questions with Answer for all competitive examination of MP State Government, MPPSC, MP Policem IBPS, SSC, BSF, Police Bharti, Teachers Exam, Admin services, State PSC, Bank, IBPS, CTET, MPTET and other examinations.
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मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी No. 4 हिंदी में:  
मध्‍यप्रदेश में सर्वाधिक क्षेत्र् में कौन सी फसल बोई जाती है?
A. गेहूँ
B. चावल
C. सोयाबीन
D. ज्‍वार
Answer:A

मध्‍यप्रदेश में तांबा कहॉं पाया जाता है?
A. मलाजखंड
B. अमरगॉंवा
C. केसली
D. गोटी
Answer:A

मध्‍यप्रदेश की सबसे बडी जनजाति कौन सी है?
A. कोल
B. भील
C. गोंड
D. हलबा
Answer: B

मध्‍यप्रदेश में अंगूर अनुसंधान केन्‍द्र कहॉं स्थित है?
A. रतलाम
B. बडवानी
C. पावरखेडा
D. इटारसी
Answer: A

मध्‍यप्रदेश में गेहूं अनुसंधान केन्‍द्र कहॉं स्थित है?
A. रीवा
B. पॉवरखेडा
C. शाजापुर
D. इन्‍दौर
Answer: B

मध्‍यप्रदेश का राजकीय पुष्‍प क्‍या है?
A .पलाश
B. चमेली
C. सफेद लिली
D. गुलाब
Answer: A

मध्‍यप्रदेश का राजकीय पक्षी कौन है?
A. बुलबुल
B. दूधराज
C. तोता
D. मैना
Answer: B

मध्‍यप्रदेश का राजकीय वृक्ष क्‍या है?
A. वटवृक्ष
B. पीपल
C. नीम
D. सागौन
Answer: A

मध्‍यप्रदेश में सर्वाधिक पायी जाने वाली वनोपज कौन सी है?
A. सागौन
B. साल
C. तेन्‍दूपत्ता
D. इनमें से कोई नहीं
Answer: A

मध्यप्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री कौन थे ?
A.  रविशंकर शुक्ल
B.  भगवंतराओ मंडलोई
C.  द्धारका प्रसाद मिश्रा
D.  गोविंद नारायण सिंह
Answer : A.  रविशंकर शुक्ल

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मध्यप्रदेश ग्रंथ अकादमी की किताबें अब Online उपलब्ध

मध्यप्रदेश ग्रंथ अकादमी द्वारा प्रकाशित पुस्तकें अब ऑनलाइन उपलब्ध होंगी। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने अकादमी की वेबसाइट www.mphindigranthacademy.org का लोकार्पण किया। अब कोई भी व्यक्ति अकादमी में उपलब्ध पुस्तकों को ऑनलाइन बुक कर सकता है।
श्री गुप्ता ने अकादमी में ही पुस्तक बिक्री केन्द्र और कम्प्यूटर कक्ष का भी लोकार्पण किया। श्री गुप्ता ने अकादमी की मार्केटिंग करने की भी जरूरत बतायी। उन्होंने अकादमी में लगाये गए सी.सी.टी.व्ही. केमरे के बारे में जानकारी ली। श्री गुप्ता ने कहा कि अकादमी के भवन में लिफ्ट लगवायें। इस दौरान प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्री के.के. सिंह तथा अकादमी के संचालक डॉ. एस.वी. गोस्वामी भी उपस्थित थे।

सम्पत्ति के ई-पंजीयन की व्यवस्था 1 जुलाई से राज्य में

सम्पत्ति के ई-पंजीयन की व्यवस्था एक जुलाई 2015 से पूरे प्रदेश में लागू हो जायेगी। यह व्यवस्था जिला मुख्यालयों के साथ-साथ सभी उप पंजीयक कार्यालयों में रहेगी। यह व्यवस्था लागू होने के बाद ई-रजिस्ट्रेशन पद्धति 'सम्पदा' द्वारा भी अब सम्पत्ति का रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकेगा। जिन दस्तावेजों का पंजीयन रजिस्ट्रीकरण अधिनियम 1908 में अनिवार्य नहीं है, उनका ई-पंजीयन ऐच्छिक रहेगा। उल्लेखनीय है कि 5 जिले के मुख्यालयों पर 15 दिसम्बर 2014 से ई-पंजीयन (सम्पदा) की व्यवस्था लागू की गई थी। यह जिले हैं उज्जैन, सीहोर, टीकमगढ़, बालाघाट और अनूपपुर। इन जिले में अभी तक 14 हजार 235 ई-पंजीयन हो चुके हैं। इन जिले में भौतिक पंजीयन की व्यवस्था पूरी तरह समाप्त हो गई है। सबसे ज्यादा 7258 ई-पंजीयन उज्जैन में, 2014 सीहोर, 1128 अनूपपुर, 1393 टीकमगढ़ और 2316 ई-पंजीयन बालाघाट में हुए हैं।
इन ई-पंजीयन से शासन को ई-स्टाम्प के जरिये 64 करोड़ 73 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। प्रदेश में होने वाले पंजीयन की स्थिति को हर आधा घंटे में अपडेट किया जाता है। कोई भी व्यक्ति mpigr.gov.in पर जाकर वहाँ सम्पदा में लॉग-इन कर घर बैठे अपनी सम्पत्ति के मूल्यांकन का पता कर सकता है। यह मूल्यांकन जिले की कलेक्टर गाइडलाइन के अनुसार होता है। साथ ही बेंक से लिये जाने वाले लोन और लगने वाली ड्यूटी का भी घर बैठे ही पता लगाया जा सकता है।

मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी No. 3

मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी No. 3 हिंदी में: Madhya Pradesh (MP) Samanya Gyan Quiz, Hindi GK Quiz Objective Questions with Answer for all competitive examination of MP State Government, MPPSC, MP Policem IBPS, SSC, BSF, Police Bharti, Teachers Exam, Admin services, State PSC, Bank, IBPS, CTET, MPTET and other examinations.
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मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी No. 3 हिंदी में:  

2011 की जनगणना के अनुसार मध्यप्रदेश का साक्षरता प्रतिशत है -
A.  70.6 %
B.  63.7 %
C.  73.5 %
D.  62.6 %
Answer : A.  70.6 %

सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान किस जिले में है ?
A. हरदा
B. बैतूल
C. होशंगाबाद
D. रीवा
Answer :  C. होशंगाबाद

श्रीमती  सुषमा स्वराज का लोकसभा क्षेत्र है -
A. सतना
B. रीवा
C. विदिशा
D. राजगढ़
Answer : C. विदिशा

मध्‍यप्रदेश की एकमात्र् महिला जेल कहॉ पर है?
A. नरसिंहपुर
B. होशंगाबाद
C. बैतूल
D. धार
Answer: B

मध्‍यप्रदेश का प्रथम चिकित्‍सा महाविद्यालय किस सन में स्थापित किया गया?
A. 1966 में
B. 1935 में
C. 1956 में
D. 1946 में
Answer:D

राज्‍य का एकमात्र् यूनानी चिकित्‍सा महाविद्यालय कहॉं स्थित है?
A. सिवनी
B. रायसेन
C. बुरहानपुर
D. नीमच
Answer:C

मध्‍यप्रदेश की प्रथम महिला न्‍यायाधीश  कौन था ?
A. श्रीमती सरोजनी सक्‍सेना
B. श्रीमती विमला जैन
C. श्रीमती एआर. वाघमरे
D. श्रीमती निर्मला बुच
Answer: A

प्रदेश में प्रथम नगरनिगम कहाँ स्थापित हुई थी ?
A. जबलपुर
B. सागर
C. सतना
D. भोपाल
Answer: A

मध्‍यप्रदेश का प्रथम विश्‍वविद्यालय कौन सा है?
A. अवधेश प्रताप सिंह वि.वि.
B. डॉ. हरिसिंह गौर वि.वि.
C. देवी अहिल्‍याबाई वि.वि.
D. रानीदुर्गावती वि.वि.
Answer: B

मध्‍यप्रदेश निम्‍नलिख‍त में से किस उपज के लिए जाना जाता है?
A. गेहूँ
B. चना
C. मसूर
D. सोयाबीन
Answer:D


इंदौर एयरपोर्ट पर मुफ्त इंटरनेट

इंदौर।  इंदौर से सफर करने वाले हवाई मुसाफिर अब एयरपोर्ट पर फ्लाइट का इंतजार करते समय हाईस्पीड इंटरनेट एक्सेस कर सकेंगे और वो भी मुफ्त । एयरपोर्ट प्रबंधन ने अगले 15 दिनों के भीतर वाई-फाई सुविधा शुरू करने की तैयारी कर ली है। इसका मजा लेने के लिए मुसाफिरों को सिर्फ एक बार रजिस्ट्रेशन कराना होगा।  इसी के साथ हर यूजर के लिए पासवर्ड भी निर्धारित हो जाएगा। फिर वे हर बार इसी के आधार नेट एक्सेस कर सकेंगे।
          देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट का नया टर्मिनल फरवरी 2012 में शुरू किया गया। तभी से एयरपोर्ट प्रबंधन यात्रियों को वाई-फाई सुविधा देने की कोशिश कर रहा था। एएआई (एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया) के कस्टमर सेटिस्फेक्शन सर्वे में पिछडऩे के बाद एयरपोर्ट प्रबंधन यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को गंभीरता से ले रहा है। लंबे इंतजार के बाद जून 2015 में प्रबंधन की कोशिश रंग लाई है। वाई-फाई के लिए टेलीकॉम कंपनी से करार हो चुका है। उम्मीद जताई जा रही है कि 5 जुलाई से पहले टर्मिनल एरिया में वाई-फाई की सुविधा मिलने लगेगी।
        पहले यूजर के लिए तय लिमिट के बाद फीस चार्ज करने की चर्चा चल रही थी। हालांकि, एयरपोर्ट प्रबंधन ने स्पष्ट किया है, वाई-फाई की सुविधा सभी मुसाफिरों को फ्री दी जाएगी। एयरपोर्ट डायरेक्टर मनोज चंसोरिया ने बताया, वाई-फाई सुविधा दो सप्ताह के भीतर शुरू हो जाएगी। इससे फ्लाइट लेट होने की वजह से लंबा इंतजार करने वाले यात्रियों को खासा लाभ होगा। वाई-फाई का मिसयूज रोकने के लिए सभी यूजर डिटेल एयरपोर्ट प्रबंधन के पास सुरक्षित रहेगी।

हरदा में केंद्रीय विद्यालय बनने का रास्ता साफ़

हरदा।   लंबे समय से केन्द्रीय विद्यालय  जमीन की उलझन में फंसा हुआ था, लेकिन गुरूवार को प्रशासन ने ग्राम अबगांवखुर्द में आवंटित की गई जमीन का सीमांकन कराकर उसे केन्द्रीय विद्यालय संगठन को सौंप दिया है।
      साथ ही भूमि पर खूटियां भी लगवा दी हैं, इससे विद्यालय के नए भवन बनने का रास्ता साफ हो गया है। उल्लेखनीय है कि पांच साल पहले वर्ष 2010 में जिला पंचायत के सामने वृद्धाश्रम में केन्द्रीय विद्यालय की शुरूआत हुई थी। तब इसमें कक्षा 1 से 5 वीं तक कक्षाएं संचालित हो रही थीं। इसके बाद वर्ष 2011 में छटवीं की कक्षा बढ़ाई गई थी। लेकिन इसके बाद संगठन ने जगह की कमी बताकर नए प्रवेशों पर रोक लगाते हुए आगे की कक्षाएं बढ़ाई जा रही थीं, वहीं शुरूआती कक्षाओं  को कम किया जा रहा था। इस पर विद्यालय में पढ़ने वाले पालकों ने हंगामा किया था। यह देखकर प्रशासन ने अबगांवखुर्द में नए भवन निर्माण के लिए 10 एकड़ जमीन आवंटित की थी, लेकिन इस पर गेहूं भंडारण केंद्र साइलोबैग का कब्जा होने से निर्माण अधर में लटका हुआ था।
        तीन महीने पहले कलेक्टर रजनीश श्रीवास्तव ने साइलोबैग के अधिकारी को निर्देश देकर दो हफ्ते में जमीन खाली करने के निर्देश दिए थे, लेकिन गेहूं परिवहन की गति धीमी होने से भूमि खाली होने में महीनों लग गए। गत दिवस प्रशासन ने साइलोबैग द्वारा जमीन खाली कर दिए जाने संबंधी पत्र केन्द्रीय विद्यालय को भेजा था। जिस पर केन्द्रीय विद्यालय संगठन भोपाल के निर्देश पर इटारसी के प्राचार्य शिवप्रसाद और केवी के प्रभारी प्राचार्य गयादीन बनखेडे ग्राम अबगांवखुर्द पहुंचे। राजस्व निरीक्षक लक्ष्मीनारायण बछोतिया, मूरतसिंह ने मौके पर आकर भूमि खसरा नंबर 44/5 और 44/6 रकबा 10 एकड़ का सीमांकन किया और पंचनामा बनाकर प्राचार्य बनखेडे को जमीन का आधिपत्य सौंपा। इस मौके पर शिक्षक ओपी दोगने, पालक डॉ. सत्यनारायण बांके, कोटवार सुरेशचंद्र सहित अन्य उपस्थित थे।किेन्द्रीय विद्यालय के लिए अबगांवखुर्दमें आवंटित की गई10 एकड़ जमीन का आरआई के माध्यम से सीमांकन कराकर प्राचार्यको आधिपत्य सौंप दिया है। के. वी. की जमीन पर साइलोबैग का अब कोई कब्जा नहीं है।

इटारसी रेल्वे जंक्शन पर सिग्नल ध्वस्त होने से सोलह गाड़ियां रद्द

इटारसी रेल्वे जंक्शन पर सिग्नल ध्वस्त होने की घटना से सागर में भी रेल यातायात पर असर पड़ा है। करीब एक दर्जन यात्री गाडिय़ां रद्द हुई हैं जिससे यात्रियों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ा है। मिली जानकारी के अनुसार दमोह से चलकर भोपाल जाने वाली राज्यरानी इंटरसिटी ट्रेन बुधवार को नहीं आ सकी। यह गाड़ी गुरूवार को भी नहीं आएगी। 
             इसके अलावा ट्रेन क्रं 51601 बीना कटनी एक्सप्रेस 19 और 20 जून को रद्द कर दी गई है। इसी तरह 51602 भी इसी तारीख में रद्द की गई है। ट्रेन क्र 51603, 18, 19 व 20 जून को रद्द रहेंगी जबकि 51604, 19 और 20 जून को रद्द रहेगी। टे्रन क्रं 51613 व 614 कोटा कटनी 18, 19 और 20 जून को रद्द की गई है। ट्रेन क्रं 51885 इंदौर रीवा 19 और 20 जून को व 51886 20 जून को रद्द की गई है। इसी तरह से अन्य ट्रेनों को भी रद्द किया गया है। इटारसी के हादसे की वजह से सागर को जबलपुर से जोडऩे वाली विंध्याचल एक्सप्रेस व मुंबई जाने वाली कामायनी एक्सप्रेस भी प्रभावित हुई है।

मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी No. 2

मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी No. 2 हिंदी में: Madhya Pradesh (MP) Samanya Gyan Quiz, Hindi GK Quiz Objective Questions with Answer for all competitive examination of MP State Government, MPPSC, MP Policem IBPS, SSC, BSF, Police Bharti, Teachers Exam, Admin services, State PSC, Bank, IBPS, CTET, MPTET and other examinations.
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मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी No. 2 हिंदी में:  
मध्‍यप्रदेश में कुल कितने जिले हैं ?
A   30  
B.  36 
C . 51
D . 75
Answer : C . 51

मध्‍यप्रदेश की सीमा कितने राज्यों से लगती है ?
A   4 
B.  5   
C . 6
D . 7 
Answer : B.  5

 खजुराहो के मंदिर किस जिले में स्थित हैं ?
छतरपुर
B . दमोह
C . सागर
D . पन्ना
Answer : छतरपुर

प्रसिद्ध गायक किशोर कुमार का जन्म स्थान है -
A . इन्दौर
B . धार
C . खांडवा
D . झाबुआ
Answer : C . खांडवा

 माधव राष्ट्रीय उद्यान कहाँ स्थित है ?
A . इन्दौर 
B . ग्वालियर 
C . शिवपुरी 
D . दतिया 
Answer : C . शिवपुरी 

 मध्यप्रदेश का राजकीय पशु कौन सा है ?
A . चीतल 
B . बारहसिंगा
C  . हिरण 
D . भालू
 Answer : B . बारहसिंगा 

कहाँ स्थित है महारानी लक्ष्मीबाई की समाधि ?
 A . इन्दौर 
B . ग्वालियर 
C . शिवपुरी 
D . दतिया 
Answer : B . ग्वालियर

महारानी लक्ष्मीबाई की पुण्यतिथि है ?
A . 16 मई 
B . 18 मई 
C . 16 जून
D . 18 जून 
Answer : D . 18 जून

  इन्दौर हवाईअड्डा का क्या नाम है ?
 A . राजा भोज हवाईअड्डा
B . देवी अहिल्याबाई होल्कर हवाईअड्डा
C . महाराजपुरा हवाईअड्डा
D . इनमें से कोई नहीं 
Answer : B . देवी अहिल्याबाई होल्कर हवाईअड्डा


 तानसेन संगीत समारोह प्रतिवर्ष  कहाँ आयोजित किया जाता है ?

A . भोपाल
B . इन्दौर
C . जबलपुर
D . ग्वालियर
Answer : D . ग्वालियर


हरदा से रामेश्वरम यात्रा 28 जून को

मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में हरदा से रामेश्वरम तीर्थ-स्थल के लिये 28 जून को 973 यात्री रवाना होंगे। इसमें हरदा से 90, खण्डवा-217, बुरहानपुर-126, खरगोन-310 तथा बड़वानी से 230 यात्री शामिल रहेंगे। इसी तरह 28 जुलाई को खण्डवा से 974 तीर्थ-यात्री रामेश्वरम के लिये रवाना होंगे। इस यात्रा में खण्डवा से 200, खरगोन-287, बड़वानी-210, हरदा-87 तथा होशंगाबाद से 190 यात्री शामिल होंगे।

प्रोजेक्ट ‘‘लाईफ मनरेगा ‘‘ के तहत कौशल उन्नयन से जुडेंगे जॉबकार्ड धारी

ग्रामीण क्षेत्रो मे निवास करने वाले ऐसे अकुशल जॉब कार्डधारी श्रमिक जिन्होने गत वित्तीय वर्ष मे 100 दिवस के मजदूरी का कार्य किया है, उनके परिवारो के जीवन स्तर का उन्नयन करने के लिए ग्रामीण विकास विभाग भारत सरकार द्वारा प्रोजेक्ट लाईफ- मनरेगा के माध्यम से कार्य योजना बनाकर कार्य किये जाने के निर्देश जारी किये है।
ग्राम पंचायतो मे पदस्थ ग्राम रोजगार सहायको के माध्यम से प्रत्येक ग्राम पंचायत में जून माह में ऐसे अकुशल श्रमिको का सर्वे किया जावेगा जिन्होने 100 दिवस मजदूरी का कार्य किया है। सर्वे के बाद चिन्हित ऐसे जॉब कार्डधारियो को मनरेगा साफ्ट में प्रविष्टिया करायी जावेगी। जिसके बाद राज्य राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन तथा दीनदयाल उपाध्याय, ग्रामीण कौशल योजना तथा आरसेटी के माध्यम से कार्ययोजना तैयार कर श्रमिको को कुशल कार्यकर्ता के रूप मे प्रशिक्षित किया जावेगा। प्रोजेक्ट लाईफ - मनरेगा का उद्देश्य अकुशल श्रमिको को कुशल श्रमिक बनाकर स्थाई आजीविका उपलब्ध कराने के लिए प्रशिक्षित करना है। ग्राम पंचायतो मे किये जाने वाले सर्वे कार्य के लिए समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायतों को समय सीमा में सर्वे कर जानकारी मनरेगा पोर्टल मे दर्ज करने के लिए निर्देश जारी किये गये है।

बाँस इन्वेस्टर्स मीट 20 से 22 जून 2015 तक भोपाल में

भोपाल में 20 से 22 जून, 2015 तक होने वाली प्रदेश ही नहीं देश की भी पहली बाँस इन्वेस्टर्स मीट-2015 में भाग लेने के लिये चीन, बेल्जियम, जर्मनी, महाराष्ट्र, कर्नाटक, त्रिपुरा, गुजरात, दिल्ली, आन्ध्रप्रदेश, पश्चिमी बंगाल आदि से निवेशक और विशेषज्ञ पहुँच रहे हैं। निवेशकों में बाँस आधारित ऊर्जा, टेक्सटाइल, फर्नीचर, हस्तशिल्प, बाँस भवन निर्माता, उत्पादक किसान आदि शामिल हैं।  मध्यप्रदेश राज्य बाँस मिशन के संचालक श्री ए.के. भट्टाचार्य ने बताया कि देश सहित विश्व में बाँस आधारित उत्पादों की अभूतपूर्व माँग बढ़ी है। देश का सबसे बड़ा वन क्षेत्र होने के नाते मध्यप्रदेश में बाँस उत्पादन और उद्योग की अपरिमित संभावनाएँ विकसित की जा सकती हैं। बाँस से होने वाले लाभों के मद्देनजर ही इसे आज ग्रीन-गोल्ड (हरित सोना) कहा जा रहा है। 'हरित सोने में निवेश'' नामक यह इन्वेस्टर्स मीट बाँस उत्पादक किसान, शिल्पियों, उद्यमियों, निवेशकों और शासन के बीच के अंतर को पाटने का काम करेगी। देश के मध्य में स्थित होने के कारण मध्यप्रदेश बड़े उद्योगों के लिये गेटवे का काम भी करेगा।
मीट का सबसे बड़ा लाभ ग्रामीण अर्थ-व्यवस्था को होगा। किसान खेती के साथ बाँस उत्पादन करेंगे और बाँस मिशन की पहल से पहले मात्र टोकरी, चटाई और मामूली हस्तशिल्प बनाने वाले शिल्पियों का कौशल उन्नयन होगा। अब परम्परागत शिल्प के साथ अच्छी आमदनी कराने वाला आधुनिक फर्नीचर, फ्लोर टाइल्स, कपड़ा, बोर्ड आदि-आदि बनायेंगे। बाँस वन बढ़ने से विश्व पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी के मुख्य आतिथ्य, मुख्य मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता और वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार के विशिष्ट आतिथ्य में 20 जून को शाम 5 बजे से प्रशासन अकादमी में मीट का आगाज होगा। आठ सत्र में होने वाली इस तीन दिवसीय मीट में बाँस निवेशक, शिल्पी, किसान, उद्यमी से लेकर भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय वन सेवा के वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों के साथ किया योग

मुख्यमंत्री निवास में आज योग प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने लगातार दूसरे दिन अपने मंत्रीमंडल के सदस्यों के साथ योग किया। मुख्यमंत्री और मंत्रियों ने विभिन्न योग आसन और प्राणायाम किये। मुख्यमंत्री निवास में सुबह विभिन्न चालन क्रियाएँ, योगासन, प्राणायाम और ध्यान किया गया। योग प्रशिक्षकों ने ग्रीवा और कटि संचालन, घुटने के व्यायाम, ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्द्धचक्रासन, त्रिकोणासन, भद्रासन, अर्द्धउष्टासन, शशांकासन, चक्रासन, भुजंगासन, शलभासन, मकरासन, सेतुबंध आसन, पवनमुक्तासन, शवासन करवाये। इसके साथ ही कपालभाति, अनुलोम-विलोम और भ्रामरी प्राणायाम और ध्यान किया गया।
कार्यक्रम में गृह मंत्री श्री बाबूलाल गौर, महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह, परिवहन मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया, उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव, वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, जनसंपर्क एवं खनिज मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री कुँवर विजय शाह, कृषि मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन, राजस्व मंत्री श्री रामपाल सिंह, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री श्री ज्ञान सिंह, नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री श्री लाल सिंह आर्य, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी और अपर मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहन्ती शामिल हुए। शासकीय योग प्रशिक्षण केन्द्र भोपाल के प्रशिक्षकों ने योग प्रशिक्षण दिया।

लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रमाण-पत्र का वितरण शुरू

लाड़ली लक्ष्मी योजना के नये स्वरूप के साथ 20 लाख बालिका को प्रमाण-पत्र वितरित करने का कार्य शुरू हो गया है। योजना में 18 हजार से अधिक प्रमाण-पत्र दिये जा चुके हैं। योजना के नये स्वरूप से अवगत करवाने के लिये पूरे प्रदेश में मैदानी अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया है। इस संबंध में समय-समय पर कार्यशाला कर प्रमाण-पत्र बनाने और उसके वितरण की प्रक्रिया बतायी गई है। नई प्रक्रिया के साथ मई माह से प्रमाण-पत्रों का वितरण किया जा रहा है। जून अंत तक 2 लाख 75 हजार प्रमाण-पत्र वितरण का लक्ष्य रखा गया है। यह प्रमाण-पत्र सभी शासकीय कार्यक्रम में वितरित किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह भी अपने प्रदेश दौरे में होने वाले कार्यक्रम में प्रमाण-पत्र वितरित करते हैं।
उल्लेखनीय है कि लाड़ली लक्ष्मी के नये स्वरूप को प्रदेश मंत्री-मंडल ने मंजूरी देते हुए इसे सूचना प्रौद्योगिकी से जोड़ा है। ई-लाड़ली लक्ष्मी के जरिये अब योजना के लिये आवेदन देने की प्रक्रिया को ऑनलाइन किया गया है। आवेदक को आवश्यक दस्तावेज के साथ सीधे या आँगनवाड़ी कार्यकर्ता के परियोजना कार्यालय, लोक सेवा केन्द्र या किसी भी इन्टरनेट कैफे में रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकेगा। प्रकरण स्वीकृत होने के बाद हितग्राही को एक लाख 18 हजार का प्रमाण-पत्र दिया जायेगा। कक्षा छठवीं में प्रवेश के समय लाड़ली को 2000, कक्षा 9वीं में 4000 तथा कक्षा 11वीं और 12वीं में प्रवेश पर 6000 रुपये ई-पेमेंट के माध्यम से राशि दी जायेगी। एक लाख की राशि बालिका को 21 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर दी जायेगी। राज्य शासन के लोक लेखा से एक निधि के रूप में यह राशि जमा होगी, जिससे हितग्राहियों को अंतरिम परिपक्वता राशि प्रदाय की जायेगी। योजना के संचालन के लिये अलग से अमला दिया गया है। अमले में एक लेखाधिकारी और डाटा एन्ट्री ऑपरेटर मुख्यालय पर और विकासखण्ड स्तर पर डाटा एन्ट्री ऑपरेटर की नियुक्ति आउटसोर्सिंग के जरिये होगी। योजना के ऑनलाइन होने से अब विकासखण्ड से लेकर मुख्यालय तक की प्रक्रिया आसान हो गई है। इस तकनीक के उपयोग पर विभाग को राष्ट्रीय पुरस्कार से भी नवाजा गया है।

Mukhyamantri Teerth Darshan Scheme, MP

Mukhyamantri Teerth Darshan Scheme, Madhya Pradesh (MP): Mukhyamantri Teerth Darshan Scheme is yet another example of the state's sincere concerns for providing support to its citizens in every possible manner. This unique scheme facilitates visits of senior citizens of any religion to religious places of his/her choice on the State Government expenses.

Samadhan Ek Din Mein | One Day Governance Scheme

Samadhan Ek Din Mein is a very innovative and pro-people programme to provide about 21 certificates sought by the applicant on the same day itself. The public has to apply from 11.00 am to 1.30 pm, after which the certificates are issued before the end of the day. If application is rejected or delayed the reason thereof is furnished to the applicants. The Collector monitors the disposal of application at the end of each day. As a result of implementation of this programme, citizens' ordeal of uncertainty in getting the certificates in hand even after spending lots of time and money has ended. It also generates revenue, increases public confidence and reduces the number of pending cases eliminating of the role of middle men.

Mukhyamantri Kanyadan Yojna

Mukhyamantri Kanyadan Yojna, Madhya Pradesh (MP): The scheme has been launched at the initiative of Chief Minister Shri Shivraj Singh Chouhan. The objective is to provide financial help to poor, needy, destitute families for marrying off their daughters/widows/divorcees. Under the scheme, assistance of Rs. 15,000 is given for house hold items and the mass marriage expenditure. This assistance is given in mass marriages with the condition that the girl must have attained the age of 18 years.

Madhya Pradesh Current Affairs June 2015

Madhya Pradesh (MP) Current Affairs for June 2015: Madhya Pradesh Current Affairs General Knowledge(GK) Multiple Choice Questions (MCQ) for MPPSC, IAS/ Bank, MP Police, MP Patwari Exam and other competitive examinations across Madhya Pradesh.  As part of Current Affairs , We will daily provides you Question of Madhya Pradesh Current Affairs, India GK and World GK during whole month of June 2015. For Current Affairs Live Updates Follow us:
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Madhya Pradesh Current Affairs for June 2015 - Daily Updates:
मध्यप्रदेश  की विधानसभा का आर्किटेक्चर तैयार करने वाले आर्किटेक्ट कौन थे ?
A. चार्ल्स कोरिया
B. एडविन लुटएंस
C. गणेश भीकाजी देओलालिकार
D.  ह्यू कीलिंग
Answer: A. चार्ल्स कोरिया

चार्ल्स कोरिया को पद्म विभूषण किस वर्ष दिया गया था ?
A.  2002 
B.  2004 
C. 2006
D. 2008
Answer: C. 2006

NACO observe “World Blood Donors Day”

National AIDS Control Organization (NACO), Ministry of Health and Family Welfare observed the “World Blood Donor Day” under the aegis of National Blood Transfusion Council (NBTC), at Connaught Place, New Delhi today. The World Blood Donors Day celebrates their altruistic gift and thanks the unsung heroes for their priceless contribution. The theme for this year’s campaign is “Thank you for saving my life” focuses on thanking blood donors who save lives every day through their blood donations and encourages more people across the world to donate blood voluntarily and regularly with the slogan “Give freely, give often. Blood donation matters.”
On this occasion, Shri K. B. Agarwal, Joint Secretary, NACO launched the blood donation drive for willing donors to donate blood on this occasion. He also launched the Database of Blood banks on the National Health Portal. The National Blood Transfusion Council has made available directory of all 2760 licensed blood banks at National Health Portal. To begin with the data of all 76 blood banks in Delhi, NCR and 524 blood banks from across the country has been made available and the process of uploading data of remaining licensed blood banks in the country is under process and will be made available soon.

मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी

मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी No. 1 हिंदी में: Madhya Pradesh (MP) Samanya Gyan Quiz, Hindi GK Quiz Objective Questions with Answer for all competitive examination of MP State Government, MPPSC, MP Policem IBPS, SSC, BSF, Police Bharti, Teachers Exam, Admin services, State PSC, Bank, IBPS, CTET, MPTET and other examinations.

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मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी No. 1 हिंदी में:  
मध्‍यप्रदेश की स्‍थापना कब हुई?
A. 14 नवम्‍बर 1955
B. 31 जनवरी 1952
C. 1 नवम्‍बर 1956
D. 1 जनवरी 1956.
Answer: C

मध्‍यप्रदेश के प्रथम विधानसभा अध्‍यक्ष कौन थे?
A. पं. कुंजीलाल दुबे
B. तेजलाल टेंभरे
C. गुलशेर अहमद
D. श्रीनिवास तिवारी
Answer: A

Lokrang Festival of Madhya Pradesh | लोकरंग समारोह

Lokrang Festival of Madhya Pradesh is five day long festival of Lokrang in Bhopal begins every year on 26th January (the republic day). It is a cultural exposition organised by Madhya Pradesh Adivasi Lok Kala Academy. The main features of the Lokrang are folk and tibal dances, classical dances, performing art form, exhibition and presentation of art and craft and cultural presentations from abroad also are a big draw.
Since each state in India has a background of its own, there are numerous heritage cultures in this country. Lokrang Samaroh, Bhopal, tries to speculate each of these. Every year it is held with a definite motive. Sometimes it concentrates on West Indian cultures and portrays Goa, Gujarat, Rajasthan's heritage while at others it concentrates on the North Indian cultures and focuses on Jammu Kashmir and Himachal heritage. One gets to see the rich pageantry of life at Lokrang Samaroh in Bhopal. Tribal folk dances are performed, tribal arts are on display. This festival's actual motive is to erase the geo-political demarcations and make India a unified whole.
भोपाल में हर साल 26 जनवरी अर्थात गणतंत्र दिवस से पांच दिनों तक चलनेवाला लोकरंग समारोह शुरू होता है। यह मध्य प्रदेश की आदिवासी लोक कला अकादमी द्वारा आयोजित एक सांस्कृतिक प्रदर्शनी है। पूरे देश भर से लोकसंस्कृति और जनजातीय संस्कृति के प्रदर्शन और रचनात्मक पहलुओं को सामने लाने का यह एक प्रयास हैं। लोक नृत्य और जनजातीय नृत्य, शास्त्रीय नृत्य, कला रूपों का प्रदर्शन इस लोकरंग की मुख्य विशेषताएं हैं। विदेशों की प्रस्तुतियों और प्रदर्शनियां भी इस समारोह का एक बड़ा आकर्षण हैं।

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Laadli Laxmi Yojna

Laadli Laxmi Yojna was started in the year 2006 with an objective to lay strong foundation of girls' future through improvement in their educational and economic status and to bring about a positive change in social mind set towards birth of a girl. Under the scheme, National Savings Certificates worth Rs. 6 thousand are purchased by the State Government in the name of a girl every year after she is born till the amount reaches Rs. 30,000. The girl covered under the scheme is given Rs. 2 thousand on getting admission in class VI, Rs. four thousand on getting admission in class IX and Rs. 7,500 on admission in class XI.
She is given Rs. 200 per month during her studies in class XI and XII. When the girl attains the age of 21 and had not married before 18 years of age, she will be paid the amount at one time, which comes to Rs. one lakh. The benefit of the scheme is extended to the parents, who adopt family planning after two alive children and are registered in anganwadi centre and are not income tax payers.

Madhya Pradesh Public Services Guarantee Act, 2010

Madhya Pradesh Public Ser vices Guarantee Act, 2010 is the first-of-its- kind in the country guaranteeing the delivery of public services to citizens in a stipulated time frame. The "historic Act" is a reflection of the state's commitment to achieving good governance. The Madhya Pradesh Public Services Guarantee Act 2010 guarantees the delivery of basic public services to citizens within a stipulated time frame and sets in place accountability mechanisms for failure to do so. Under the Act, 52 key public services like issuing caste, birth, marriage and domicile certificates, drinking water connections, ration cards, copies of land records have been notified. A time period has been fixed for the delivery of each service. If officials fail to perform their duties and do not provide these services on time, they have to pay a fine starting from Rs. 250 per day to a maximum of Rs. 5000. The Act provides for a two stage appeals process. In the event that a citizen does not receive notified services in time, he can appeal to the first appellate authority. If the first appellate authority is negligent or if a citizen is dissatisfied with the decision, he can file an appeal with the second appellate authority. The second appellate authority has the power to impose fines and order disciplinary action against officials. Where fine is imposed on delinquent officer, the applicants are paid compensation for the inconvenience caused to them. The path-breaking law provides an effective instrument for realizing the objectives of citizen's charter.

1 to power of 0 is ?

1 to power of 0 is is 1 or Any Number to power of 0 is 1. It is commonly taught that any number to the zero power is 1, and zero to any power is 0. But if that is the case, what is zero to the zero power?
The problem is similar to that with division by zero. No value can be assigned to 0 to the power 0 without running into contradictions. Thus 0 to the power 0 is undefined! How could we define it? 0 to any positive power is 0, so 0 to the power 0 should be 0. But any positive number to the power 0 is 1, so 0 to the power 0 should be 1. We can't have it both ways. Underlying this argument is the same idea as was used in the attempt to define 0 divided by 0. Consider a to the power b and ask what happens as a and b both approach 0. Depending on the precise way this happens the power may assume any value in the limit.

Ego=1/Knowledge

Ego=1/Knowledge by Albert Einstein

Monsoon hits Madhya Pradesh

Monsoon today arrived in Madhya Pradesh and rainfall is likely to continue to lash several parts of the state in next 24 hours, a top MeT department official said. "Monsoon today entered extreme south-west MP, including Indore, and south-east Madhya Pradesh," Indian Meteorological Centre's (IMC) Bhopal based regional office Director Dr Anupam Kashyapi told PTI. He said that monsoon generating from Arabian Sea has hit extreme south- west region and the other one originatin. 

Lightning kills 12 in Madhya Pradesh

Twelve people were killed and eight seriously injured when they were struck by lightning in three districts across Madhya Pradesh in the last 24 hours. While seven were killed in Chhindwara, two each were killed in Seoni and Agar districts, said police. Those killed in Chhindwara have been identified as Rajesh Yadav 28, of Malanwada area, Ramnath Bhange, 18, his cousin Mahesh Bhange, 20, of Amarwada, Munshilal Sirkam, 28 and Sahtu Bai, 40, among others. Four others who sustained severe injuries were sent to district hospital.

Kandariya Mahadeva Temple

Kandariya Mahadeva temple sits just to the west of Lakshmana temple. Built in 1025-1050 AD, it is 30 meters tall and the largest in the Khajuraho complex. It is dedicated to Shiva and its name consists of the word "cave" (Kandariya) and Mahadeva, another name by which Shiva is known. The temple is considered to be the most impressive and refined in the Khajuraho complex, with over 900 sculptures carved into sandstone stacked without mortar. The vibrantly carved exterior contrasts with a very plain interior space that houses a Shiva lingam in the womb, or 'griha', of the temple located beneath the main 'shikhara' (spire).
The temple takes its name from kandara or cave and Mahadeva, another name for Shiva. Like many other temples in the Khajuraho complex, it has a linear series of access-steps facing the east-west directions. Other features are columned halls with balconies, an entrance porch, and the inner sanctum. Decorating the sides of the temple are over 646 statues. At the top of the shikhara is the amalaka, a circular ring motif common in North Indian temple architecture. The erotic figures do not span the whole temple and are not to be found among the 226 found inside. The temple includes some of the most energetic eroticism to be seen at khajuraho.

Gwalior Fort

Gwalior fort spreads out over an area of 3 square km, surrounded by concrete walls of sandstone. The Gwalior fort encloses three temples, six palaces and numerous water tanks. At a point of time Gwalior fort was regarded as North and Central India's most invincible fortress. The fort was built by Raja Man Singh Tomar in the 15th century. The fort of Gwalior has seen many ups and downs of history. In the course of almost five hundred years, the Gwalior fort went from one ruler to another. From the Tomars it passed to the Mughals, Marathas and the British. The Gwalior fort finally went to the Scindias from the British. The Teli-ka-Mandir is the most famous of all the temples of the Gwalior fort. This temple was built in the Dravidian style shrine and is notable for its generously sculpted exterior. The Saas-Bahu Temples (two pillared temples which stand next to each other, one larger than the other) are also fascinating.
The Man Singh Palace is one of the most amazing palaces of the Gwalior fort. It was built by Man Singh in the 15th century. It was in the same palace the Mughal emperor Aurangzeb imprisoned and later murdered his brother Murad. Then there is gruesome Jauhar Kund, where the women of the harem burnt themselves to death after the defeat of the king of Gwalior in 1232. Other significant palaces within the Gwalior Fort include the Karan Palace, the Jahangir Mahal, the Shah Jahan Mahal and the Gujri Mahal (built by Man Singh for his favorite queen, Mrignayani).

Madhya Pradesh GK Android App

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Madhya Pradesh CM bans eggs in anganwadis

Shivraj Singh Chouhan's decision to stop the distribution of boiled eggs or egg curries in anganwadis in tribal districts may have raised eyebrows, but the Jain community plans to felicitate the Madhya Pradesh CM for respecting their sentiments. Chouhan's decision came recently after the women and child development department moved a proposal to serve ready-to-eat breakfast for children in the 3-6 age group in anganwadis run under the Integrated Child Development Services (ICDS) programme. Department officials had emphasized that an easy way to check malnutrition in the tribal districts of Mandla, Alirajpur and Hoshangabad would be to serve boiled eggs. But some organizations promoting vegetarianism had opposed the proposal.